Jeevan
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8 nov 2016 demonetisation a historic day

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निर्णय जिसमें 125 करोड़ भारतवासी सीमा पर तैनात, जवान की भांति जो देश की सुरक्षा के लिए अपने अदम्य साहस का परिचय करवाता है ! देश निर्माण में यह फैसला प्रत्येक सच्चे भारतीयों की भूमिका एक सिपाही की तरह गर्वित अनुभूति करता है ! जिसमे आने वाली नयी पीढ़ी का भविष्य, सामाजिक सौहार्द, मानवता, पृथ्वी, प्रकृति, सृष्टि, उसके अस्तित्व,वजूद आज के निर्णय एवं संकल्प में सुरक्षित है !

यह तभी संभव है, जब समाज माया (निजी स्वार्थ,लालच, प्रलोभ) के प्रभाव से अपने को बच सकें ! यह व्यक्तिगत अवसाद है, उपचार के लिए भारत सरकार का सामूहिक प्रयास अभिनन्दन का पात्र है ! नोटेबंदी एक उदहारण प्रस्तुत करता है, की दल से बड़ा देश है ! व्यक्तिगत अनुभव में, देश के हर वर्ग का युवा अपने घर के बड़े-बुजुर्ग को थोड़ी परेशानी के दौरान आगे बढ़कर यह समझाना आप मेरे बेहतर भविष्य के लिए इतना मेहनत करते हैं ! इस फैसले से आपके मेहनत को बल मिलने वाला है ! युवाओं के सोच में इस फैसले के प्रति विश्वास अद्भुत था !

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने इस देश के जन-साधारण के मन में आज़ादी का अलख उसके दिनचर्या के कार्य से जोड़ दिया था ! अंतः हिन्दुस्तान आज़ाद हुआ पर दुर्भाग्य से आर्थिक रूप से समृद्ध नहीं हो सका ! कुछ बेईमान लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए देश को दीमक की तरह खोखला करने में निरंतर लगे रहें ! इस पर चोट-प्रहार करना जनता की अंतरात्मा की आवाज़ थी ! आम जनता को इससे सरोकार नहीं, की यह पहल कितनी कारगर साबित होगी ! तमाम राजनितिक दलों के विरोध, आलोचनाओं के वावजूद समाज में व्याप्त इस भ्रष्टाचार के प्रति लड़ाई में जनता दृढ़ संकल्पित थी !

इस देश की पहचान बापू से है बापू हिन्दुस्तान के हर नागरिक के हृदय में जिन्दा है यह देश एक बार फिर से साबित करेगा ! आर्थिक आज़ादी गरीबों की अस्मिता से जुड़ी हुई लड़ाई है ! राजनितिक इच्छा शक्ति के आभाव में भारत अब तक इस पर विजय नहीं हो पाया है, यह पहल नयी ऊर्जा का संचार मात्र भर है ! भारत के आशावादी जनता अपने विश्वास को हर सूरत में कायम रखेगा !

भारत के इतिहास पर हर भारतीय को गर्व है ! जन-साधारण के अपेक्षा अनुरूप जिस फ़ैसले को अपार जन समर्थन हांसिल था ! इसके दूरगामी परिणाम भारत के उज्जवल भविष्य को मजबूती प्रदान करने में बुनियादी नींव को कायम रखने में सक्षम होता है ! इस ऐतिहासिक क्षण को प्रत्येक भारतीय उस समय में अपनी मौजूदगी को गर्व से आने वाली भावी पीढ़ी को सुखद स्मृति का अनुभव कराएगा !

संविधान के अंतर्गत न्यायलय अपना फैसला उस समय तक नहीं सुनाता जब तक अपराधी का स्वास्थ शारारिक एवं मानसिक रूप से बीमार रहता है ! इसलिए भी अपराध बोध कराना संवैधानिक दायित्व बन जाता है ! यह निर्णय संवेदनशील भारतीय जिनके दिल में गरीबों के लिए अपार संवेदना है स्वयं को पुनः मुख्य धारा से जोड़ लेना, फिर से राम राज्य की कल्पना करना बेईमानी नहीं लगता !

सरदार वल्लभ भाई पटेल के अथक प्रयास के फलस्वरूप अखंड भारत की कल्पना लौह-पुरुष के द्वारा ही संभव था ! आज भी प्रेरणा स्रोत उनके पद-चिन्ह साहसिक फैसला का परिचायक है ! Emergency (आपात-काल) और demonetisation (नोटेबंदी) भारत सरकार द्वारा आज़ाद भारत में लिया गया दो बड़े फैसले देश के हर नागरिक को तत्काल प्रवाभित किया, लोकतंत्र में मालिक इस देश की जनता तुलनात्मक दृष्टिकोण में व्यक्तिगत अनुभव से इसका आकलन जरूर करेगा ! 125 करोड़ भारतीय का आत्ममंथन सोने की चिड़िया कहलाने वाले देश के सुनहरें सपने को फिर से साकार बनाएगा ! अतः भ्रष्टाचार और कालाधन को जड़ से उखाड़ फ़ेंक नयी भारत की कल्पना हर सच्चे और ईमानदार भारतीय का सपना है !

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